नई पुस्तकें >> वर्तमान विकास की सीमाएँ वर्तमान विकास की सीमाएँसच्चिदानन्द सिन्हा
|
0 5 पाठक हैं |
प्रस्तुत पुस्तक में उन प्रतिमानों के सांस्कृतिक एवं अन्य तत्वों पर विचार किया गया है जो मौजूदा सभ्यता के आधार हैं और इनकी विसंगतियों की और ध्यान खींचा गया है।…
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book